तब, मैं और तुम नहीं, अब से हम प्रारंम्भ हुआ। तब, मैं और तुम नहीं, अब से हम प्रारंम्भ हुआ।
साथ चले हर आवाजाही आसान हो चला हर सवाल चाह अनचाह हसीन ये जीवन की राह। साथ चले हर आवाजाही आसान हो चला हर सवाल चाह अनचाह हसीन ये जीवन की राह।
जीवन भ्रम जीवन भ्रम
एक प्रश्न चिन्ह सा जीवन, पूछता है... एक प्रश्न चिन्ह सा जीवन, पूछता है...
जीवन परीक्षा है जीवन परीक्षा है
जब भी बोलूँ मीठा बोलूँन दिल पे किसी के घाव करूँसहज सरल दरिया सा बहूँप्रेम दया उपकार करूँ जब भी बोलूँ मीठा बोलूँन दिल पे किसी के घाव करूँसहज सरल दरिया सा बहूँप्रेम दया उप...